Jaigurudev Bhajan | मेरा जीवन सारा बीते तेरा नाम जपते जपते
मेरा जीवन सारा बीते, तेरा नाम जपते जपते।
कोई बाधा न आने पाए, तेरी राहों में चलते चलते।।
भवसागर में मेरी नैया, जिसका कोई नहीं खिवैया।
भव सागर तर जाऊं, तेरा नाम जपते जपते।।
तेरी मंजिल मुझे बुलाए, मेरे पांव ना डग मगाएं।
तेरी मंजिल तक में पहुंचूं, तेरा नाम जपते जपते।।
जिस हाल में सतगुरु राखो, खुश होकर उसे गुजारूं।
मेरी शवांसें पूरी होवें, तेरा नाम जपते जपते।।
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Jaigurudev Bhajan | Mera jeevan saara beete lyrics
Mera jeevan saara beete, tera naam japate japate.
koi baadha na aane pae, teri raahon mein chalate chalate..
Bhavasaagar mein meri naiya, jisaka koi nahin khivaiya.
bhav saagar tar jaoon, tera naam japate japate..
Teri manjil mujhe bulae, mere paanv na dag magaen.
teri manjil tak mein pahunchoon, tera naam japate japate..
Jis haal mein sataguru raakho, khush hokar use gujaaroon.
meri shavaansen poori hoven, tera naam japate japate..
बाबा जयगुरुदेव का संक्षिप्त परिचय | Baba Jaigurudev, Ujjain
बाबा जयगुरुदेव के नाम से प्रसिद्ध संत स्वामी तुलसीदास जी का जन्म उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में हुआ था। बाबा जयगुरुदेव सात साल की उम्र में सत्य की खोज में निकल पड़े।
कई वर्षों तक मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा आदि में सच्चे गुरु, भगवांन की खोज करते हुए अलीगढ़ के चिरौली गांव (इगलास तहसील) पहुंचे। वहां उनकी मुलाकात संत घूरेलाल जी शर्मा (दादा गुरु) से हुई और उन्होंने जीवन भर के लिए उन्हें अपना गुरु मान लिया।
सभी शाकाहारी जीवन अपनाएं यही बाबा जय गुरुदेव की अपील है। गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाए, जीवों की हत्या बंद हो और लोग शाकाहारी बने, इन सब सन्देश को देश के कोने कोने तक पहुँचाया गया।
बाबा जय गुरुदेव का 116 वर्ष की उम्र में शुक्रवार, 18 मई 2012 की रात मथुरा में निधन हो गया। उनके जाने के बाद, बाबा उमाकांत जी महाराज(Umakant Ji Maharaj) आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बने और जयगुरुदेव मिशन को आगे ले जा रहे हैं।
* जयगुरुदेव *
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