मेरे प्यारे गुरु दातार Mere pyaare guru daataar lyrics

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भोजन शरीर की खुराक है और भजन आत्मा की।
Mere pyaare guru daataar lyrics in Hindi

Jaigurudev Bhajan | मेरे प्यारे गुरु दातार, मंगता द्वारे खड़ा

मेरे प्यारे गुरु दातार, मंगता द्वारे खड़ा।
मैं रहा पुकार पुकार, मैहर कर देखो जरा।।

मोहे दीजे भक्ति दान, काल दुःख बहुत दिया।
मेरी तड़फ उठी हिये माहि, दरश को तरस रहा।।

बरसाओ घटा अपार, प्रेम रंग दीजे बहा।
सुर्त भीगे अमी रस धार, तन मन होवे हरा।।

मेरा जीवन सुफल होई जाए, तुम गुण गाऊँ सदा।
मैं नीच अधम नाकार, तुम्हारे द्वारे पड़ा।।

मेरी विनती सुनो धर प्यार, घट उमगाओ दया।
स्वामी जी पिता हमार जल्दी पार किया।।

जयगुरुदेव स्वामी पिता हमार जल्दी पार करो।
मेरे प्यारे गुरु दातार, मंगता द्वारे खड़ा।।

Jaigurudev Bhajan | Mere pyaare guru daataar lyrics

Mere pyaare guru daataar, mangata dvaare khada.
main raha pukaar pukaar, maihar kar dekho jara..

Mohe deeje bhakti daan, kaal duhkh bahut diya.
meri tadaph uthee hiye maahi, darash ko taras raha..

Barasao ghata apaar, prem rang dije baha.
surt bhige ami ras dhaar, tan man hove hara..

Mera jeevan suphal hoi jae, tum gun gaoon sada.
main neech adham naakaar, tumhaare dvaare pada..

Meri vinatee suno dhar pyaar, ghat umagao daya.
swami jee pita hamaar jaldi paar kiya..

Jaigurudev swami pita hamaar jaldi paar karo.
mere pyaare guru daataar, mangata dvaare khada..

बाबा जयगुरुदेव का संक्षिप्त परिचय | Baba Jaigurudev, Ujjain

Jaigurudev Bhajan

बाबा जयगुरुदेव के नाम से प्रसिद्ध संत स्वामी तुलसीदास जी का जन्म उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में हुआ था। बाबा जयगुरुदेव सात साल की उम्र में सत्य की खोज में निकल पड़े। 

कई वर्षों तक मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा आदि में सच्चे गुरु, भगवांन की खोज करते हुए अलीगढ़ के चिरौली गांव (इगलास तहसील) पहुंचे। वहां उनकी मुलाकात संत घूरेलाल जी शर्मा (दादा गुरु) से हुई और उन्होंने जीवन भर के लिए उन्हें अपना गुरु मान लिया।

सभी शाकाहारी जीवन अपनाएं यही बाबा जय गुरुदेव की अपील है। गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाए, जीवों की हत्या बंद हो और लोग शाकाहारी बने, इन सब सन्देश को देश के कोने कोने तक पहुँचाया गया।

बाबा जय गुरुदेव का 116 वर्ष की उम्र में शुक्रवार, 18 मई 2012 की रात मथुरा में निधन हो गया। उनके जाने के बाद, बाबा उमाकांत जी महाराज(Umakant Ji Maharaj) आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बने और जयगुरुदेव मिशन को आगे ले जा रहे हैं।

* जयगुरुदेव *

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