शिवजी आरती : Shiv Ji Ki Aarti | ॐ जय शिव ओंकारा

  • Post comments:0 Comments
  • Reading time:3 mins read

भगवान शिव का विशेष महत्व हिंदू धर्म में है। शिवरात्रि, महाशिवरात्रि, कार्तिक मास, आदि विशेष अवसरों पर भक्त शिव की पूजा और आराधना करते हैं। उनके ध्यान से और शिवजी की आरती(Shiv Ji Ki Aarti) करने से मन को शांति, स्वास्थ्य, और आत्मिक उन्नति मिलती है।

शिवजी आरती का नियमित रूप से पाठ करने से अनेक फ़ायदे मिलते हैं जैसे :

  1. मन को शांति और समृद्धि की प्राप्ति
  2. भक्ति और शक्ति का संचार
  3. पापों का नाश होना
  4. धन की प्राप्ति
  5. आत्मा के उद्धार का मार्ग का खुलना
  6. स्वास्थ्य और लंबी आयु: शिव आरती का पाठ करने से शरीर को ऊर्जा का अनुभव होता है और आयुर्वेदिक लाभ मिलता है। इससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और जीवन की आयु बढ़ती है।

यहां बताए गए लाभ शिव आरती का नियमित रूप से पाठ करने से मिलते हैं और यह भक्त के श्रद्धा और निष्ठा के साथ किया जाना चाहिए। भगवान शिव आपके जीवन को मंगलमय करे। हर हर महादेव..

आप नीचे दिए गए लिंक का उपयोग करके ॐ जय शिव ओंकारा | Om Jai Shiv Omkara Lyrics Hindi PDF को डाउनलोड कर सकते हैं।

Shiv Aarti lyrics in Hindi

ॐ जय शिव ओंकारा, प्रभु जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा।।

ॐ जय शिव ओंकारा…॥॥

एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे।
हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे।।

ॐ जय शिव ओंकारा…॥॥

दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।
त्रिगुण रूप निरञ्जन सुखकारी दोहे।।

ॐ जय शिव ओंकारा…॥॥

अक्षमाला वणमाला मुण्डमाला धारी।
चण्डन मृगमद सोहे भालचन्द्रमा शारी।।

ॐ जय शिव ओंकारा…॥॥

शेष सखा बाणमाला मुण्डमाला धारी।
चण्डन मृगमद सोहे भालचन्द्रमा शारी।।

ॐ जय शिव ओंकारा…॥॥

मृगमद को मृगधर, मृदुपाणि वाले।
सनकादिक अरुंबधि सिंह बलात्कारे।।

ॐ जय शिव ओंकारा…॥॥

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव, जनताअविधाता।
त्रिगुण स्वामी की आरती, जो कोई जन गाता।।

ॐ जय शिव ओंकारा…॥॥

देवों के देव महादेव, जगत जननी जय।
हरण दुष्ट सकलनी, शक्ति भयहारी जय॥

ॐ जय शिव ओंकारा…॥॥

ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा।
अनंत शरीर स्वामी, अकंज चतुर्भुज धारा।।

ॐ जय शिव ओंकारा…॥॥

Shiv Aarti in English

Jai Shiv Omkara, Om Jai Shiv Omkara
Brahma Vishnu Sada Shiv,Ardhangii Dhara
Om Jai Shiv Omkara…

Ekanana Chaturanan Panchanan Raje
Hansanan,Garuraasan Vrishvahan Saje
Om Jai Shiv Omkara….

Do Bhuja,Chaar Chaturbhuja Dashabhuja Ati Sohe
Tiinon Roop Nirakhate Tribhuvan Jan Mohe
Om Jai Shiv Omkara…

Aksamala Vanamala Mundamala Dhari
Chandana Mrigamad Sohai Bhaale Shashidhaari
Om Jai Shiv Omkara…

Shvetambara Piitambara Baaghambara Ange
Brahmadhik Sanakaadhik Pretaadhik Sange
Om Jai Shiv Omkara…

Kara Madhye Kamandalu Au Trishul Dhari
Jagkarta Jagharta Jagapalan Karta
Om Jai Shiv Omkara…

Brahma Vishnu Sadashiva Janata Aviveka
Pranavaksar Ke Madhaya Tinonh Eka
Om Jai Shiv Omkara…

Kashi Me Viraaje Vishvanaath, Nandi Bramhchaari
Nit Uthh Darshan Paavat, Mahimaa Ati Bhaari
Om Jai Shiv Omkara…

Trigun Shivji Ki Aarti Jo Koi Nar Gave
Kahat Shivanand Swami Manvanchit Phal Pave
Om Jai Shiv Omkara…

Jai Shiv Omkara, Om Jai Shiv Omkara
Brahma Vishnu Sada Shiv,Ardhangii Dhara
Om Jai Shiv Omkara…

Shiv aarti song | Shiv Aarti pdf in English

Thankyou !

मुझे आशा है कि आपको यह भजन पसंद आया होगा। यदि हां, तो नीचे कमेन्ट करके जरूर बताएं। धन्यावद, आपका दिन शुभ हो।

Leave a Reply